ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - कार्बोहाइड्रेट
( ENERGY YIELDING NUTRIENTS - CARBOHYDRATE )
हमारे आहार का महत्त्वपूर्ण भाग कार्बोहाइड्रेट ही है कार्बोहाइड्रेट को कार्बोज भी कहते है कार्बोज शब्द से मुख्य रूप से उन सभी कार्बनिक यौगिकों के समूह से है जो कि आवश्यक रूप से तीन तत्वों - कार्बन, ऑक्सीजन तथा हाइड्रोजन - से बने होते है कार्बोहाइड्रेट भोजन का मुख्य अंग है यह शरीर में वही कार्य करता है जो रेलगाड़ी के इंजन में ईंधन करता है जिस प्रकार ईंधन जलकर ऊर्जा देता है जिससे इंजन गतिमान होता है, उसी प्रकार कार्बोहाइड्रेट रूपी ईंधन श्वाँस द्वारा ली गई ऑक्सीजन द्वारा जलता है, फलस्वरूप ऊर्जा व ताप विमुक्त होता है, जो शरीर की विभिन्न गतिविधियों व कार्य हेतु आवश्यक है सामान्यत शारीरिक गति व कार्य हेतु हमें जितनी ऊर्जा व ताप की आवश्यकता होती है उसका 55 -60% भाग की पूर्ति हम कार्बोहाइड्रेट द्वारा कर लेते है
वनस्पति से प्राप्त खाद्य पदार्थों में कार्बोज काफी मात्रा में पाया जाता है इनमें कार्बोज मुख्यतः शर्करा
( Sugar ), स्टार्च ( Starch ), तथा रेशे ( Fibre) के रूप में होता है सभी प्रकार के कार्बोज कुछ मूल इकाइयों से मिलकर बने होते है ग्लूकोस इस प्रकार की मूल इकाई का एक प्रमुख उदाहरण है अन्य उदाहरण हैं - फ्रॅक्टोस तथा ग्लेक्टोस
इन सभी प्रकार के कार्बोज जैसे शर्करा, स्टार्च तथा रेशे को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है - उपलब्ध कार्बोज तथा अनुपलब्ध कार्बोज शर्करा तथा स्टार्च मनुष्य के पाचन तंत्र में आसानी से पच जाते हैं तथा शरीर में विभिन्न कार्यों के लिए उपलब्ध हो सकते है अतः इन्हें उपलब्ध कार्बोज कहा जाता है सेलूलोज़ तथा कुछ अन्य कार्बोज मनुष्य के पाचन तंत्र में नहीं पचाए जा सकते इन्हें रेशे अथवा अनुपलब्ध कार्बोज कहा जाता है
वनस्पति से प्राप्त खाद्य पदार्थों में कार्बोज काफी मात्रा में पाया जाता है इनमें कार्बोज मुख्यतः शर्करा
( Sugar ), स्टार्च ( Starch ), तथा रेशे ( Fibre) के रूप में होता है सभी प्रकार के कार्बोज कुछ मूल इकाइयों से मिलकर बने होते है ग्लूकोस इस प्रकार की मूल इकाई का एक प्रमुख उदाहरण है अन्य उदाहरण हैं - फ्रॅक्टोस तथा ग्लेक्टोस
इन सभी प्रकार के कार्बोज जैसे शर्करा, स्टार्च तथा रेशे को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है - उपलब्ध कार्बोज तथा अनुपलब्ध कार्बोज शर्करा तथा स्टार्च मनुष्य के पाचन तंत्र में आसानी से पच जाते हैं तथा शरीर में विभिन्न कार्यों के लिए उपलब्ध हो सकते है अतः इन्हें उपलब्ध कार्बोज कहा जाता है सेलूलोज़ तथा कुछ अन्य कार्बोज मनुष्य के पाचन तंत्र में नहीं पचाए जा सकते इन्हें रेशे अथवा अनुपलब्ध कार्बोज कहा जाता है
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