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Tuesday 15 April 2014

हेल्दी वेजिटेबल जूस ( Healthy Vegetable Juice )




सुबह-सुबह आप ठंडा-ठंडा एक गिलास भर कर हेल्दी वेजिटेबल जूस पिए तो पूरे दिन आप अपने आप को तरो ताजा पाएगें



सर्विंग्स - 4 


सामग्री :



टमाटर - 3 मध्यम 
चुकन्दर - 1 मध्यम 
गाजर - 3 मध्यम 
करेला - 1 छोटा 
लौकी - 1 मध्यम 
अदरक - 1 इंच टुकड़ा 
नींबू का रस- 1 टेबलस्पून 
कालीमिर्च पाउडर - 1/2 छोटा चम्मच 
नमक स्वादानुसार 
ताजी पुदीना पत्ती - 1/2 कप 
आइस क्यूब और पुदीना पत्ती - (सर्व करने के लिए )




विधि :



1)- गाजर, टमाटर, चुकन्दर, करेला, लौकी और अदरक को टुकड़ों में काटे।
2)- सभी सब्जियों और पुदीना पत्ती को जूसर में डालकर जूस निकाल लें। जूस एक जार में इक्ट्ठा कर लें और छान लें। 
3)- फिर उसमें नीबू का रस, कालीमिर्च पाउडर और नमक डालकर अच्छी तरह मिलाए चार गिलासों में कुछ आइस क्यूब रखें उन पर सब्जियों का जूस डालें ऊपर से पुदीना पत्ती से सजाएं। ठंडा - ठंडा जूस सर्व करें 



हेल्दी फ्रूट जूस ( Healthy Fruit Juice )










नाशपाती, सेव, पालक और पुदीने से बना हेल्दी जूस जिसे पीने के बाद अपने आपको तरो ताजा महसूस करेगें।



सर्विंग्स - 4 




सामग्री :

              

नाशपाती (टुकड़ों में कटी )- 3 बड़ी 
हरे सेव ( टुकड़ो में कटे )- 3 बड़े 
बेबी पालक - 1 कप 
ताज़ी पुदीना पत्ती - 1/2 कप 
आइस क्यूब पुदीना पत्ती (सर्व करने के लिए )




विधि :




1)- सभी सामग्री को जूसर में एक-एक करके डालें और जूसर चलाएँ रस निकाल कर एक जार में इकट्ठा कर लें। 
2)- गिलासों में बर्फ के क्यूब डालें उस पर जूस डालें ऊपर से पुदीना की पत्ती से सजाए ठण्डा - ठण्डा जूस सर्व करें। 

















Monday 14 April 2014

ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - लिपिड्स (ENERGY YIELDING NUTRIENT- LIPIDS)




                              


                            ( ENERGY YIELDING NUTRIENT - LIPIDS)

                                 ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - लिपिड्स     



सामान्यतः वसाओं के साथ-साथ लिपिड्स भी आते हैं। यह एक प्रकार का वसा के समान दिखाई देने वाला पदार्थ है, जो वसा घोलकों, जैसे - पैट्रोलियम, ईथर, क्लोरोफार्म, बैंजीन, एल्कोहल तथा एसीटोन आदि में तथा स्वयं वसा में घुलनशील हैं। 
         लिपिड्स एक प्रकार के ईस्टर हैं जो ग्लिसरॉल तथा वसीय अम्लों के संयोग से बनते हैं। वसीय अम्ल (Fatty Acid ) दो प्रकार के होते है -

1)-संतृत्व वसीय अम्ल - (Saturated Fatty Acid )

जिन वसीय अम्ल में कार्बन के अणु के बराबर संख्या में हाइड्रोजन के अणु उपस्थित रहते हैं। उनको संतृत्व वसीय अम्ल (Saturated Fatty Acid ) कहते हैं।


2)-असंतृत्व वसीय अम्ल -(Unsaturated Fatty Acid )

वह अम्ल, जिसमें हाइड्रोजन तथा कार्बन अणुओं की संख्या समान न हो बल्कि हाइड्रोजन अणुओं की संख्या कार्बन अणुओं से कम हो, वे असंतृत्व वसीय अम्ल (Unsaturated Fatty Acid ) कहलाते हैं। 


                 

Wednesday 19 March 2014

ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - वसा (ENERGY YIELDING NUTRIENT - FATS)




                            ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - वसा 

                      (ENERGY YIELDING NUTRIENT- FATS)




कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन की भाँति ही वसा भी भोजन के आवश्यक पोषक तत्व हैं वसा भोज्य पदार्थों में पाये जाने वाली वह चिकनाई है जिसके लिए हमें जन्तु व वनस्पति दोनों पर ही निर्भर रहना पड़ता है जन्तुओं के शरीर में चर्बी के रूप में तथा वनस्पति पदार्थ जैसे - अनाज, बीज व फलों में तेल के रूप में पायी जाती है

     वसा शरीर में ऊर्जा प्रदान करने वाले महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं इनका ऊर्जा मूल्य कार्बोहाइड्रेट में दुगने से भी अधिक होता है प्रायः कार्बोहाड्रेट की अपेक्षा वसा दुगनी मात्रा से भी अधिक ऊर्जा उत्पादित करते है कार्बोहाइड्रेट के 1 ग्राम से जहाँ 4 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है वहीं 1 ग्राम वसा से 9 कैलोरी ऊर्जा उत्पन्न होती है
     वसा एक कार्बनिक यौगिक है वसा का संगठन कार्बन (C), हाइड्रोजन (H), तथा ऑक्सीजन (O) तत्वों के रासायनिक संयोग से होता है वसा का निर्माण किसी एक ग्लिसरॉल पदार्थ एक वसीय अम्ल (Fatty Acid) के संयोजन से होता है वसा में कार्बन, हाइड्रोजन की अपेक्षा ऑक्सीजन तत्व काफी कम मात्रा में संयुक्त होते है हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का अनुपात जहाँ कार्बोहाइड्रेट में 1 : 2 होता है वहीं वसा में यह अनुपात 1 : 3 से
1 : 7 तक होता है संभवतः वसा के इसी गुण के कारण इसमें अधिक ऊर्जा देने की शक्ति होती है
     वसा युक्त पदार्थ यदि 20*C ताप पर भी ठोस ही बने रहें तो वह वसा का रूप है, जबकि यदि इसी तापक्रम पर तरल रूप में रहें तो यह तेल (Oil) कहलाता है


                        विभिन्न खाद्य पदार्थो में वसा की उपस्थित मात्रा 

                       भोज्य पदार्थ                                                                   वसा का प्रतिशत

                     वनस्पति तेल                                                                        100%
                     वनस्पति घी                                                                          100%
                     ताजा घी                                                                                100%
                     मक्खन                                                                                   80%
                     पनीर                                                                                      40%
                     सूखे मेवे                                                                                  50% 
                     दूध                                                                                          10%
                     सोयाबीन                                                                                 20%
                     मूंगफली                                                                                  35%
                     माँस                                                                                        70%
                     मछली                                                                                     30%
                     मुर्गी                                                                                        10%

Thursday 20 February 2014

कार्बोहाइड्रेट की प्राप्ति के स्रोत (SOURCES OF CARBOHYDRATE)

                                         
   

                                       Sources Of Carbohydrate

                       

                                        कार्बोहाइड्रेट की प्राप्ति के स्रोत 



प्रायः समस्त भोज्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है कार्बोहाइड्रेट के अतिरिक्त अन्य पोषक तत्व भी भोजन में रहते है 

कार्बोहाइड्रेट की प्राप्ति के साधनों को दो वर्गों में बाँट सकते है -

1)- मीठे कार्बोहाइडेट या शर्करा

 2)- फीके कार्बोहाइडेट या स्टार्च 

1)- शर्करा युक्त पदार्थ - मीठे कार्बोहाइड्रेट जैसे - शक्कर, शहद, बूरा, गुड़, चीनी, किशमिश, खजूर, अंगूर, खुमानी व अन्य सूखे व मीठे फलों में पाये जाते है 

2)- स्टार्च युक्त पदार्थ - विभिन्न अनाज जैसे - गेहूँ, बाजरा, मक्का, चावल, चना, आटा, मैदा व विभिन्न दालों जैसे - सेम, राजमा, मटर, लोबिया, मैथी आदि व आटे से बने पदार्थ कार्बोहाइड्रेट की प्राप्ति के मुख्य स्रोत हैं विभिन्न कंदमूल सब्जियाँ जैसे - आलू, शकरकंद , अरबी, जिमीकंद तथा सूखे मेवे, काजू, बादाम, मूँगफली अखरोट आदि स्टार्चयुक्त होते है कच्चे केले में भी स्टार्च पाया जाता है 

1)- शक्कर, गुड़, चीनी, बूरा व शहद 
2)- आलू व साबूदाना 
3)- समस्त अनाज जैसे गेहूँ, चना, मक्का व जौ इत्यादि 
4)- सभी दालें 
5)- सूखे फल - किशमिश, मुनक्का, खजूर, अंजीर, इत्यादि 
6)- मूँगफली, अखरोट, बादाम, काजू व पिस्ता आदि 
7)- सोयाबीन, सूखी मटर, सेम, राजमा, लोबिया आदि के बीज 
8)- अरबी, शकरकंद, जिमीकंद आदि 
9)- केला व अन्य मीठे व ताजे फल 
10)- विभिन्न शाक सब्जियाँ 



   




 
                                           

Monday 10 February 2014

ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - कार्बोहाइड्रेट ( ENERGY YIELDING NUTRIENTS - CARBOHYDRATE )









                          ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - कार्बोहाइड्रेट   

                           ( ENERGY YIELDING NUTRIENTS - CARBOHYDRATE )




हमारे आहार का महत्त्वपूर्ण भाग कार्बोहाइड्रेट ही है कार्बोहाइड्रेट को कार्बोज भी कहते है कार्बोज शब्द से मुख्य रूप से उन सभी कार्बनिक यौगिकों के समूह से है जो कि आवश्यक रूप से तीन तत्वों - कार्बन, ऑक्सीजन तथा हाइड्रोजन - से बने होते है कार्बोहाइड्रेट भोजन का मुख्य अंग है यह शरीर में वही कार्य करता है जो रेलगाड़ी के इंजन में ईंधन करता है जिस प्रकार ईंधन जलकर ऊर्जा देता है जिससे इंजन गतिमान होता है, उसी प्रकार कार्बोहाइड्रेट रूपी ईंधन श्वाँस द्वारा ली गई ऑक्सीजन द्वारा जलता है, फलस्वरूप ऊर्जा व ताप विमुक्त होता है, जो शरीर की विभिन्न गतिविधियों व कार्य हेतु आवश्यक है सामान्यत शारीरिक गति व कार्य हेतु हमें जितनी ऊर्जा व ताप की आवश्यकता होती है उसका 55 -60% भाग की पूर्ति हम कार्बोहाइड्रेट द्वारा कर लेते है
    वनस्पति से प्राप्त खाद्य पदार्थों में कार्बोज काफी मात्रा में पाया जाता है इनमें कार्बोज मुख्यतः शर्करा
  ( Sugar ), स्टार्च ( Starch ), तथा रेशे ( Fibre) के रूप में होता है सभी प्रकार के कार्बोज कुछ मूल इकाइयों से मिलकर बने होते है ग्लूकोस इस प्रकार की मूल इकाई का एक प्रमुख उदाहरण है अन्य उदाहरण हैं - फ्रॅक्टोस तथा ग्लेक्टोस
   इन सभी प्रकार के कार्बोज जैसे शर्करा, स्टार्च तथा रेशे को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है - उपलब्ध कार्बोज तथा अनुपलब्ध कार्बोज शर्करा तथा स्टार्च मनुष्य के पाचन तंत्र में आसानी से पच जाते हैं तथा शरीर में विभिन्न कार्यों के लिए उपलब्ध हो सकते है अतः इन्हें उपलब्ध कार्बोज कहा जाता है सेलूलोज़ तथा कुछ अन्य कार्बोज मनुष्य के पाचन तंत्र में नहीं पचाए जा सकते इन्हें रेशे अथवा अनुपलब्ध कार्बोज कहा जाता है