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Friday 14 August 2015

ड्राईफ्रूट्स के फायदे (Benefits Of Dry-fruits)











सदियों से मेवे का प्रयोग उत्तम औषधि के रूप में किया जाता हैं ,क्योंकि मेवा स्वाद की नहीं ,बल्कि सेहत की दृष्टि से भी उतना ही फायदेमंद हैं। मेवे में मौजूद तत्व शारीरिक विकारों को दूर कर ,शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति भी प्रदान करते हैं। 
        अक्सर लोग वज़न बढ़ने के डर से मेवे का सेवन करने से बचते हैं,क्योंकि मेवे में हाई कैलोरीज़ और फैट्स होते हैं ,जबकि सच्चाई यह है कि मेवे सेहत के लिए काफ़ी फायदेमंद होते है ,विशेषज्ञों का मानना है कि मेवे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियन्त्रित कर शरीर को बीमारियों से बचाते हैं। आइए जाने सेहत की दृष्टि से मेवे कितने लाभकारी हैं ,




                                          अखरोट



1)- अखरोट ओमेगा -3 एसेंशियल फैटी एसिड का एक उत्तम स्रोत हैं इसलिए यह कार्डियो वेस्कुलर हेल्थ ,अस्थमा ,आर्थराइटिस ,एक्ज़िमा तथा सोराइसिस में भी लाभदायक है। 

2)-अखरोट प्रोटीन ,फाइबर ,आयरन ,मैग्रेशियम ,फॉस्फोरस ,कॉपर व मैगनीज का बढ़िया स्रोत है। 

3)- अखरोट में निहित इलेनिक एसिड एक एंटीऑक्सीडेंट है ,जो इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है ,इसके एंटी कैंसर गुण कैंसर से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। 

4)-इसका नियमित सेवन अल्ज़ाइमर से बचाव करता है और ब्लड क्लॉटिंग को रोकता है। 

5)- अखरोट का सेवन महिलाओं में होने वाली गाल स्टोन की समस्या में भी फ़ायदेमंद होता है। 

6)- अखरोट में मौजूद मेलाटोटिन तत्व एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है ,जो अच्छी नींद में सहायक हैं ,जिन लोगों को अनिद्रा की समस्या होती है ,उन्हें सोने से पहले अखरोट खाना चाहिए। 





                                               काजू 




1)- काजू में ओलिक एसिड होता है ,जो हार्ट फ्रेंडली तत्व है। 

2)- इसमें 75% अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है ,जो हृदय के लिए अच्छा होता है। 

3)- गाल ब्लेडर में स्टोन के खतरे को कम करने के लिए काजू का सेवन करना चाहिए। 

4)- काजू का सेवन हड्डियों को मज़बूती प्रदान करता है ,क्योंकि इनमें मैग्रेशियम व कॉपर मौजूद होता है। 

5)- काजू का सेवन फ्री रेडिकल्स को दूर करने तथा मेलानिन का निर्माण करने में लाभदायक है। 

6)- कॉपर व आयरन बोन्स व कनेक्टिव टिशू (हड्डियों व योजक टिशू )को विकसित करने में सहायक होता है। 




                                            बादाम



1)-बादाम में आयरन ,कॉपर ,फॉस्फोरस तथा विटामिन बी -1 होते है ,जो नए ब्लड सेल्स तथा हीमोग्लोबिन के निर्माण में सहायक होते है ,ये शारीरिक अंगों की सही संचालन क्रिया में भी सहायक होते हैं। 

2)- बादाम कब्ज़ व कोलोन कैंसर की रोकथाम में भी लाभकारी है। 

3)- बादाम में मौजूद कैल्शियम तथा मैग्रेशियम हड्डियों को मज़बूती प्रदान करता है। 

4)- लो कैलोरी डायट के साथ बादाम का सेवन करने से वज़न कम होता है।

5)- कार्डियो वेस्कुलर हेल्थ के लिए बादाम बहुत लाभदायक है। 

6)- हाई ब्लड शुगर को नियन्त्रित करने में बादाम सहायक होता है। 

7)-  बादाम में विटामिन 'ई 'होता है ,इसे पैक के रूप में लगाने से त्वचा नर्म -मुलायम बनती है और पिंपल ,रिंकल व ड्राईनेस की समस्या कम होती है। 

8)- बादाम का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। 

9)- इसमें निहित सेलेनियम तत्व एजिंग प्रोसेस की गति को धीमी करता है। 

10)- प्रेग्रेंसी के दौरान बादाम का सेवन करने से गर्भस्थ शिशु में होनेवाले 
जन्म विकार का खतरा कम हो जाता है। 

11)- बादाम को भिगोकर खाना चाहिए ,भिगोए हुए बादाम आसानी से पच जाते है। 




                                               पिस्ता  



1)- पिस्ते का सेवन कोरोनरी आर्टरी रोग व हार्ट अटैक से बचाव करता है तथा अच्छे व खराब रक्त का संतुलन बनाने में सहायक होता है। 

2)- पिस्ते में एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होते हैं ,जो तनाव को कम करते है तथा इसमें मौजूद विटामिन्स व मिनरल्स आँखों की सेहत के लिए लाभकारी हैं। 

3)- मसाज थेरेपी ,एरोमा थेरेपी तथा कॉस्मेटिक इंड़स्ट्री में प्रयोग की जाने वाली दवाइयों में इसका इस्तेमाल होता है। 

4)- पिस्ते में मौजूद फ़ाइबर ब्लड शुगर के स्तर को नियन्त्रित करता है। 

5)- पिस्ते में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मज़बूती प्रदान करता हैं तथा स्नायु की क्रिया को संतुलित रखता हैं। 

6)- पिस्ते में मौजूद आयरन ,हीमोग्लोबिन का निर्माण करने में सहायक होता है। 

7)- पिस्ते में प्रोटीन ,फैट्स व फाइबर्स अधिक मात्रा में होते है। 




                                         किशमिश 



1)- किशमिश आयरन का अच्छा स्रोत है ,अतः खून की कमी एनीमिया व कब्ज दूर करने में बहुत फायदेमंद हैं। 

2)- किसी भी बीमारी के बाद रिकवरी पीरियड में किशमिश का सेवन लाभप्रद हैं। 

3)- किशमिश में मौजूद ओलेनॉटिक एसिड दाँतों व मसूड़ों के रोगों से बचाव करता है और दाँतों पर जमे प्लाक से उत्पन्न होने वाले बैक्टीरिया को ख़त्म करता है। 

4)- किशमिश फाइबर्स का बढ़िया स्रोत होने के कारण कॉलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होता है। 

5)- किशमिश में कैल्शियम होता हैं ,जो हड्डियों के लिए फ़ायदेमंद है। 
















Thursday 6 August 2015

इटालियन पास्ता बीन सलाद (Italian Pasta Beans Salad)











सामग्री :




पास्ता (कोई भी आकार का उबला हुआ )-1 कप 
राजमा (उबले हुए )- 1 कप 
स्वीट कॉर्न - 1/2 कप 
टमाटर (बारीक़ कटे )- 1/2 कप 
शिमला मिर्च (बारीक़ कटी )- 1/2 कप 
पत्ता गोभी (बारीक़ कटी )- 1/2 कप 
पास्ता या पिज़्ज़ा सॉस - 2 टेबलस्पून 
एगलेस मेयोनीज - 2 टेबलस्पून 
नमक स्वादानुसार 
काली मिर्च पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच 
दूध - 2 टेबलस्पून 





विधि :



1)- एक बाउल लें उसमें पास्ता और राजमा डालकर मिलाएँ। अब उसमें स्वीट कॉर्न ,टमाटर ,शिमला मिर्च और पत्ता गोभी डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। 
2)- अब उसमें मेयोनीज ,पिज़्ज़ा सॉस ,काली मिर्च ,नमक और दूध डालकर अच्छी तरह मिला लें।  रेफ्रिजरेटर में पन्द्रह मिनट के लिए रखें। 
3)- रेफ्रिजरेटर से बाहर निकाल कर अपनी पसन्द के चिप्स के साथ सर्व करें।