आधारीय उपापचयन
(Basal Metabolism)
"शरीर की अनिवार्य एवं यान्त्रिक क्रियाओं के लिए एक निश्चित मात्रा में ऊर्जा की जरूरत होती है ऊर्जा की यह मात्रा शरीर के जीवित रहने के लिए अनिवार्य होती है शरीर के जीवित रहने के लिए अनिवार्य न्यूनतम शक्ति या ऊर्जा प्रदान करने के लिए होने वाले चयापचय को ही आधारीय चयापचय (Basal Metabolism) कहा जाता है"
आधारीय चयापचय की माप उस समय की जाती है जब व्यक्ति किसी भी प्रकार का मानसिक या शारीरिक कार्य न कर रहा हो अर्थात वह पूर्णतया विश्राम की स्थिति में हो इस माप के समय व्यक्ति के पर्यावरण का तापक्रम सामान्य होना चाहिए अर्थात न तो अधिक ठंडा हो और न ही अधिक गरम आधारीय चयापचय की माप करते समय व्यक्ति को जागृतावस्था में होना चाहिए तथा आहार ग्रहण किये हुए कम से कम 12 घण्टे हो चुके हो
आधारीय चयापचय दर
(Basal Metabolic Rate)
"यदि कोई व्यक्ति पूर्ण शारीरिक तथा मानसिक विश्राम की स्थिति में हो, जागृत अवस्था में लेटा हुआ हो एवं भोजन किए कम से कम 12 घण्टे हो चुके हो तो उपरोक्त अवस्था में, किसी व्यक्ति के द्वारा एक वर्ग मीटर एक घण्टे में ऊष्मा की जितनी मात्रा उत्पन्न की जाती है या काम में ली जाती है उसे आधारीय चयापचय दर (Basal Metabolic Rate) कहा जाता है "