ऊर्जा प्रदान करने वाला भोज्य तत्व - वसा
(ENERGY YIELDING NUTRIENT- FATS)
कार्बोहाइड्रेट व प्रोटीन की भाँति ही वसा भी भोजन के आवश्यक पोषक तत्व हैं वसा भोज्य पदार्थों में पाये जाने वाली वह चिकनाई है जिसके लिए हमें जन्तु व वनस्पति दोनों पर ही निर्भर रहना पड़ता है जन्तुओं के शरीर में चर्बी के रूप में तथा वनस्पति पदार्थ जैसे - अनाज, बीज व फलों में तेल के रूप में पायी जाती है
वसा शरीर में ऊर्जा प्रदान करने वाले महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं इनका ऊर्जा मूल्य कार्बोहाइड्रेट में दुगने से भी अधिक होता है प्रायः कार्बोहाड्रेट की अपेक्षा वसा दुगनी मात्रा से भी अधिक ऊर्जा उत्पादित करते है कार्बोहाइड्रेट के 1 ग्राम से जहाँ 4 कैलोरी ऊर्जा प्राप्त होती है वहीं 1 ग्राम वसा से 9 कैलोरी ऊर्जा उत्पन्न होती है
वसा एक कार्बनिक यौगिक है वसा का संगठन कार्बन (C), हाइड्रोजन (H), तथा ऑक्सीजन (O) तत्वों के रासायनिक संयोग से होता है वसा का निर्माण किसी एक ग्लिसरॉल पदार्थ एक वसीय अम्ल (Fatty Acid) के संयोजन से होता है वसा में कार्बन, हाइड्रोजन की अपेक्षा ऑक्सीजन तत्व काफी कम मात्रा में संयुक्त होते है हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का अनुपात जहाँ कार्बोहाइड्रेट में 1 : 2 होता है वहीं वसा में यह अनुपात 1 : 3 से
1 : 7 तक होता है संभवतः वसा के इसी गुण के कारण इसमें अधिक ऊर्जा देने की शक्ति होती है
वसा युक्त पदार्थ यदि 20*C ताप पर भी ठोस ही बने रहें तो वह वसा का रूप है, जबकि यदि इसी तापक्रम पर तरल रूप में रहें तो यह तेल (Oil) कहलाता है
विभिन्न खाद्य पदार्थो में वसा की उपस्थित मात्रा
भोज्य पदार्थ वसा का प्रतिशत
वनस्पति तेल 100%
वनस्पति घी 100%
ताजा घी 100%
मक्खन 80%
पनीर 40%
सूखे मेवे 50%
दूध 10%
सोयाबीन 20%
मूंगफली 35%
माँस 70%
मछली 30%
मुर्गी 10%