Nutritional Health Tips
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Sunday 26 March 2023
शरीर निर्माणक भोज्य तत्व
Tuesday 21 March 2023
पोषक तत्वों के आधार पर भोजन का वर्गीकरण
पोषक तत्वों के आधार पर भोजन का वर्गीकरण
1- कार्बोजयुक्त भोज्य पदार्थ-
2- वसायुक्त भोज्य पदार्थ -
3- प्रोटीनयुक्त भोज्य पदार्थ-
4- खनिज लवणयुक्त भोज्य पदार्थ
5- विटामिनयुक्त भोज्य पदार्थ
Friday 17 March 2023
भोजन का वर्गीकरण
भोजन का वर्गीकरण
कार्यानुसार भोजन का वर्गीकरण
निर्माणकारी भोजन
शक्तिवर्धक ऊर्जा प्रदान करने वाले भोजन
नियामक या सुरक्षात्मक भोजन
Wednesday 15 March 2023
भोजन के कार्य
भोजन के कार्य
भोजन के कार्यों को हम निम्नलिखित भागों में बाँट सकतें हैं .
1-शारीरिक कार्य (physiological function)
2-मनोवैज्ञानिक कार्य (psychological function)
3-सामाजिक कार्य (social function)
Tuesday 14 March 2023
भोजनका अर्थ व परिभाषा
भोजन मानव जीवन की सर्वप्रथम अनिवार्यता भोजन को शब्दों में परिभाषित करना निश्चित रूप से आसान कार्य नहीं हैं चैंबर्स डिक्शनरी में भोजन का अर्थ निम्लिखित शब्दों में समझाया गया हैं जो व्यक्ति खाता हैं भोजन वह हैं जो पचाया जा सकें
हम भोजन को इस प्रकार परिभाषित कर सकतें हैं शरीर द्वारा ग्रहण किये जा सकने तथा पचाने योग्य वह सभी पदार्थ भोजन कहे जा सकते हैं जो व्यक्ति की शारीरिक वृद्धि एवं विकास की प्रगति में सहायक भी हैं
भोजन हमारे शरीर को पोषित करता हैं किन्तु भोजन कहा सकने वाला हर पदार्थ भिन्न भिन्न पोषण योग्यता रखता है एक ही पदार्थ विभिन्न जीवों के लिए गृहणीय अथवा अग्रहणीय हो सकता हैं
भोजन की उचित परिभाषा
वे पदार्थ जो शरीर में गृहण किये जाने के पश्चात ऊर्जा उत्तपन्न करते हो,नए तन्तुओं का निर्माण तथा पुराने टूटे - फूटे ऊतकों की मरम्मत करतें हों, शारीरिक क्रियाओं पर नियंत्रण तथा शरीर के लिए आवश्यक यौगिकों के बनाने में सहयोग प्रदान करते हों, भोजन कहलाते हैं
Wednesday 15 February 2017
खनिज तत्व (Mineral Elements)
खनिज तत्व (Mineral Elements)
कोबाल्ट (Cobalt)
मैंगनीज (Manganese)
कार्य :
फ्लुओरिन (Fluorine)
प्राप्ति के स्रोत :
जस्ता (Zinc)
कार्य :
Friday 11 November 2016
आयोडीन (Iodine)
खनिज तत्वों के ट्रेस तत्व (Trace Elements)
आयोडीन (Iodine)
आयोडीन के कार्य -
आयोडीन प्राप्ति के साधन -
आयोडीन साधारण भोज्य पदार्थों में बहुत कम मात्रा पाया जाता हैं। आयोडीन युक्त भूमि में उपजे फल,अनाज व सब्जियों में इसकी मात्रा पायी जाती है अर्थात जिस स्थान पर मिट्टी में व पानी में आयोडीन है इन स्थान पर उपजे फल व सब्जियों में भी आयोडीन की मात्रा आ जाती हैं। यही कारण हैं कि समुद्र तट पर या पास के इलाकों में पैदा की गई वनस्पति व जन्तु पदार्थो में आयोडीन की उपस्थिति अधिक रहती हैं। समुद्र घास , समुद्री मछली व प्याज में इसकी मात्रा अधिक रहती हैं। साधारण भोज्य पदार्थों से आयोडीन की मात्रा उपलब्ध न हो जाने के कारण एक सरल तरीका यह खोजा गया हैं कि साधारण खाने के नमक में आयोडीन मिश्रित कर नमक बनाया गया हैं जिससे आयोडीन की प्राप्ति सम्भव व सरल हो गयी हैं। प्रायः ऐसे नमक टाटा जैसे बड़ी कंपनियों ने बनाये हैं। बाजार में (Iodized Salt)के रूप में यह उपलब्ध रहते हैं।
Tuesday 13 September 2016
ताँबा (Copper)
खनिज तत्वों के ट्रेस तत्व (Trace Elements)
ताँबा (Copper)
मानव शरीर में ताँबे के कार्य -
2)- शरीर में लोहे के अवशोषण व चयापचय में इसकी उपस्थिति अनिवार्य है।
3)- फैटी एसिड के ऑक्सीकरण में सहायक होता है।
4)- एस्कार्बिक एसिड (विटामिन 'सी ')के ऑक्सीकरण में सहायक है।
5)- त्वचा को स्वाभाविक रंग प्रदान करने में इसकी उपस्थिति अनिवार्य है। ताँबे की कमी बालों को श्वेत रंग का बना देती है।
ताँबे की प्राप्ति स्रोत -
Tuesday 16 August 2016
लोहा (Iron)
खनिज तत्वों के ट्रेस तत्व (Trace Elements)
लोहा (Iron)
शरीर में लोहे के कार्य :
1)- रक्त निर्माण का कार्य
2)- शरीर में ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइ -ऑक्साइड का संवाहक -
लोहे की प्राप्ति के स्रोत -
Sunday 19 June 2016
सोडियम (Sodium) क्लोरीन (Chlorine) गन्धक (Sulphur)
खनिज तत्वों के मेजर तत्व (Major Elements)
सोडियम (Sodium)
सोडियम के कार्य :
सोडियम प्राप्ति के स्रोत :
दैनिक आवश्यकता :
क्लोरीन (Chlorine)
गन्धक (Sulphur)
Monday 4 April 2016
मैग्नीशियम (Magnesium) पोटेशियम (Potassium)
खनिज तत्वों के मेजर तत्व (Major Elements)
मैग्नीशियम (Magnesium)
मैग्नीशियम के कार्य :
मैग्नीशियम के प्राप्ति स्रोत :
पोटेशियम (Potassium)
पोटेशियम के कार्य:
पोटेशियम के प्राप्ति स्रोत:
Friday 18 March 2016
फॉस्फोरस (Phosphorus)
खनिज तत्वों के मेजर तत्व (Major Elements)
फॉस्फोरस (Phosphorus)
फॉस्फोरस के कार्य :
फॉस्फोरस प्राप्ति के स्रोत :
Monday 22 February 2016
कैल्शियम (Calcium)
खनिज तत्वों के मेजर तत्व (Major Elements)
कैल्शियम (Calcium)
कैल्शियम की आवश्यकता होने पर शरीर में उपस्थित कैल्शियम के प्रत्येक अंश का शरीर भली भाँति प्रयोग करता है। स्वस्थ व्यक्ति की कैल्शियम अवशोषण क्षमता दुर्बल व्यक्ति की अपेक्षा अधिक रहती है। प्रायः बाल्यावस्था में 1 लीटर दूध की मात्रा अपेक्षित कैल्शियम की पूर्ति कर पाने में समर्थ होती है।
आहार नाल का अम्लीय माध्यम कैल्शियम अवशोषण में सहायक होता है। इसी तरह विटामिन 'डी ' व 'सी ' की उपस्थिति कैल्शियम अवशोषण की मात्रा को बढ़ा देते हैं। इसके विपरीत वसा व सैल्यूलोज रेशों की मात्रा,ऑक्जेलिक एसिड,फाइटिक एसिड आदि की मात्रा कैल्शियम अवशोषण में विघ्न पैदा करती है। ऑक्जेलिक एसिड कैल्शियम के साथ संयुक्त होकर कैल्शियम ऑक्जेलेट बनाता है जो अवशोषित नहीं हो पाता। पालक,चुकन्दर,कोको में ऑक्जेलिक एसिड उपस्थित रहता है। पालक कैल्शियम का अच्छा स्रोत है लेकिन फिर भी ऑक्जेलिक एसिड की उपस्थिति के कारण इसके कैल्शियम का उपयोग न के बराबर है इसी प्रकार फाइटिक एसिड जो अनाज के ऊपरी छिलकों में उपस्थित रहता है,कैल्शियम के साथ संयुक्त होकर अघुलनशील लवण बना देता है जिससे इसका अवशोषण नहीं हो पाता।
कैल्शियम का अवशोषण तथा चयापचय
कैल्शियम के कार्य
कैल्शियम प्राप्ति के प्रमुख स्रोत
खाद्य -पदार्थ
1)- दूध एवं दूध से बनी वस्तुएँ
2)- अनाज
3)-दालें
उरद की दाल
4)- काष्ठफल और तेल वाले बीच
5)- पत्ते वाली हरी सब्ज़ियाँ
6)- माँस
Monday 8 February 2016
खनिज तत्वों के कार्य (BENEFITS OF MINERAL ELEMENTS)
खनिज तत्वों के कार्य :
खनिज तत्वों के शरीर निर्माणक कार्य (Constructive Work)
खनिज तत्वों के शरीर नियामक कार्य (Regulatory)
Wednesday 3 February 2016
शरीर निर्माणक भोज्य तत्व -खनिज लवण (Body Building Nutrient-Mineral Elements)
शरीर निर्माणक भोज्य तत्व -खनिज लवण
(Body Building Nutrient-Mineral Elements)
विभिन्न प्रकार के खनिज लवण
1-कैल्शियम
2-फास्फोरस
3-पोटेशियम
4-सोडियम
5-सल्फ़र (गन्धक )
6-मैग्नीशियम
7-लोहा
8-मैंग्नीज
9-ताँबा
10-आयोडीन
11-कोबाल्ट
12-जिंक (जस्ता )
13-एल्युमिनियम
14-आसेंनिक
15-ब्रोमीन
16-क्लोरीन
17-फ्लुओरिन
18-निकिल
19-क्रोमियम
20-कैडमियम
21-सैलेनियम
22-सिलिकन
23-मालिबॉडेनम
24-क्लोराइड्स
Thursday 26 November 2015
वसा में घुलनशील विटामिन- विटामिन 'के '(Vitamin 'K')
वसा में घुलनशील विटामिन
विटामिन 'के '
विटामिन 'के 'की प्राप्ति के स्रोत :
विटामिन 'के ' के कार्य :
Monday 2 November 2015
वसा में घुलनशील विटामिन-विटामिन 'ई '(Vitamin'E')
वसा में घुलनशील विटामिन
विटामिन 'ई '
विटामिन 'ई ' प्राप्ति के स्रोत :
विटामिन 'ई 'के कार्य :
Tuesday 29 September 2015
वसा में घुलनशील विटामिन - विटामिन 'डी '(Vitamin 'D')
वसा में घुलनशील विटामिन
विटामिन 'डी '
भी कहा जाता हैं।
विटामिन 'डी ' प्राप्ति के स्रोत :
1)-वनस्पति से :
2)- जन्तुओं में :
विटामिन 'डी ' के कार्य :
Tuesday 15 September 2015
वसा में घुलनशील विटामिन-विटामिन 'ए '(Vtamin'A')
वसा में घुलनशील विटामिन
विटामिन 'ए '
विटामिन 'ए 'प्राप्ति के साधन :
1)-वनस्पति से -
2)- जन्तुओं से -
विटामिन 'ए 'के कार्य -
2)-विटामिन 'ए 'एपिथीलियम ऊतकों की कार्यक्षमता व क्रियाशीलता बनाए रखने में भी सहायक होता हैं। यह श्लेष्मा स्त्राव में सहायक कारकों के निर्माण में सहायता करता हैं,जिससे कि ऊतकों की स्थिरता बनी रहती हैं। यह ऊतक जीभ,नेत्र,श्वसन नली,मुख गुहा,प्रजनन व मूत्र संबन्धी नलियों आदि की आन्तरिक भित्ति का निर्माण करते हैं।
3)- विटामिन बाह्य त्वचा की कोशिकाओं को चिकना व कोमल बनाए रखती हैं। इसके अभाव में बाह्य त्वचा सूख जाती हैं व दरार पड़ जाती हैं। त्वचा में बाह्य संक्रमण से बचाव करने की क्षमता का ह्रास होता हैं। यह अवस्था ( Keratinnisation)की कहलाती हैं।
4)- बालकों की सामान्य वृद्धि व विकास में यह वृद्धि वर्ध्दक कारक (Growth Promoting Factor)भाँति कार्य करता हैं।
5)- विटामिन 'ए 'अस्थियों में दाँतों के विकास में योगदान देता हैं। इसकी कमी से अस्थियाँ लम्बाई में बढ़ना बन्द कर देती हैं। फलस्वरूप अस्थियों की वृद्धि रूक जाती है। विटामिन 'ए 'अपरिपक्व कोशिकाओं को आस्टियोब्लास्ट कोशिकाओं में परिवर्तित करने का कार्य करता है जो कि कोशिकाओं की संरचना बढ़ाता है। यह आस्टियोब्लास्ट के परिवर्तन में भी सहायक होता है जो हड्डी व कोशिकाओं के बढ़ने में सहायक है और वृद्धि काल में पुनः निर्मित की जाती हैं।
6)- विटामिन 'ए 'की कमी से नेत्रों की बाहरी पर्त कार्निया मुलायम पड़ जाती हैं। इस रोग को कैराटोमलेशिया (Keratomalacia)कहते हैं।
Thursday 3 September 2015
मुंबई पाव भाजी (Mumbai Pav Bhaji)
छः व्यक्तियों के लिए :
सामग्री :
विधि :
2)- टमाटर डालकर चार से पाँच मिनट तक पकाएँ ,उसमें पाव भाजी मसाला और नमक डालकर एक मिनट तक भूने। मटर ,गोभी ,शिमला मिर्च और आलू डालकर मसाले में अच्छी तरह मिलाएँ ,आधा कप पानी डालें और ढक्क्न लगाकर मध्यम आँच पर सात मिनट तक पकाएँ।
3)- टमाटर प्यूरी डालकर अच्छी तरह मिलाएँ,ढक्क्न लगाकर चार मिनट तक पकने दें। नीबू का रस और मक्खन डालकर मिलाएँ और एक मिनट तक और पकाएँ। आँच बन्द कर दें। भाजी तैयार हैं।
4)- नॉन स्टिक तवा गरम करें। पाव को बीच से काटें और मक्खन लगाकर दोनों तरफ से गुलाबी होनें तक सेंकें।
5)- गरमागरम भाजी गरमागरम पाव के साथ सर्व करें।