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Monday 27 July 2015

काली मिर्च चिकन विद अनियन रिंग्स (Kali Mirch Chicken With Onion Rings)











सामग्री :



चिकन - 1/2 किलो 
गाढ़ा दही - 2 टेबलस्पून 
अदरक -लहसुन पेस्ट - 1 छोटी चम्मच 
सोया सॉस - 1 टेबलस्पून 
काली मिर्च (कुटी हुई )- 1 छोटी चम्मच 
प्याज रिंग्स - 2 कप 
तेल - 3 टेबलस्पून 
नीबू का रस - 1 टेबलस्पून 
चाट -मसाला - 1 छोटी चम्मच 
नमक स्वादानुसार 




विधि :




1)- एक बर्तन में चिकन ,दही ,अदरक -लहसुन पेस्ट ,सोया सॉस ,काली मिर्च और नमक को अच्छी तरह मिलाएँ और आधा घंटे के लिए अलग रख दें। 
2)- एक नॉन स्टिक पैन लें। उसमें दो टेबलस्पून तेल गरम करें उसमें प्याज रिंग्स डालें और तीन से चार मिनट तक भूनें। उसमें नीबू का रस ,नमक और चाट मसाला डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। आँच बन्द कर दें। 3)- नॉन स्टिक पैन में एक टेबलस्पून तेल डालकर गरम करें उसमें मेरीनटेड चिकन डालें तेज आँच पर दो मिनट तक भूने। पैन में ढक्क्न लगाएँ और धीमी आँच पर पाँच मिनट तक पकाएँ। ढक्क्न खोलें आँच तेज करें। चिकन को तीन से चार मिनट तक भूने। प्याज रिंग्स डालें। (थोड़े रिंग्स ऊपर से सजाने के लिए रख लें। )अच्छी तरह मिलाएँ आँच बन्द कर दें 
4)- प्लेट में चिकन डालें और प्याज रिंग्स से सजा कर गरमागरम चिकन सर्व करें। 












Monday 20 July 2015

चीज़ कॉर्न बॉल्स (Cheese Corn Balls )










सामग्री :



स्वीट कॉर्न - 1 कप 
पनीर (कसा हुआ )- 1 कप 
मोज़्ज़ारेल्ला चीज़ (कसा हुआ )- 1 कप 
मैदा - 1/4 कप 
कॉर्नफ्लोर - 2 टेबलस्पून 
हरी मिर्च (बारीक़ कटी )-2 
हरा धनिया (बारीक़ कटा )- 1/4 कप 
ब्रेड का चूरा - 1 कप 
नमक स्वादानुसार 
दूध - 1/4 कप 
तेल - तलने के लिए 


विधि :


1)- स्वीट कॉर्न के दानों को पाँच मिनट तक उबाल कर छान ले और ठंडा कर लें। मिक्सर जार में डालकर पीस कर पेस्ट बना लें और अलग रख लें। 
2)- एक बाउल में कॉर्न पेस्ट ,पनीर ,चीज़ ,मैदा ,कॉर्नफ्लोर ,हरी मिर्च ,हरा धनिया और नमक डालकर अच्छी तरह से मिला लें और मिश्रण तैयार कर लें। 
3)- सारे मिश्रण से छोटे -छोटे बॉल्स बना लें और फ्रिज में बीस मिनट तक रख दें। 







4)- बॉल्स फ्रिज से निकाले। दूध में डुबोए और ब्रेड के चूरे में अच्छी तरह लपेट लें। इसे फ्रिज में फिर से बीस मिनट तक रखें। 









5)- पैन में तेल गरम करें। बॉल्स को फ्रिज से निकाल कर दो मिनट तक ऐसे ही रखें। जब तेल गरम हो जाएं तो बॉल्स को गोल्ड़न ब्राउन होने तक तल लें। बॉल्स को ज्यादा तेज आँच पर न तलें। मध्यम आँच पर ही तलें। 
6)- गरमागरम चीज़ कॉर्न बॉल्स अपनी पसन्द की चटनी के साथ परोसे। 














Sunday 12 July 2015

फायदे नीबू के (Benefits OF Lemon )










नीबू एक ऐसा फल है जिसकी खूशबू मात्र से ही ताजगी का एहसास होता है। चाट हो या दाल कोई भी व्यंजन इस के प्रयोग से स्वादिष्ट हो जाता है। यह फल खट्टा होने के साथ -साथ बेहद गुणकारी भी है तो जाने नीबू के फायदे। 




1)- नीबू के पत्तों का रस निकाल कर अच्छी तरह सूँघे। सिरदर्द में आराम मिलता है। जिस व्यक्ति को हमेशा सिरदर्द बना रहता है ,उसे भी इससे शीघ्र आराम मिलता है। 

2)- दस ग्राम नीबू का रस ,दस बूँदे ग्लिसरीन तथा दस ग्राम गुलाबजल को मिलाकर रख लें। इस लोशन को प्रतिदिन सुबह स्नान के बाद तथा रात को सोने से पहले चेहरे पर हल्के -हल्के मलने से चेहरा कोमल बन जायेगा। 
        नीबू के रस में बराबर मात्रा में गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर लगाएं। आधे घंटे बाद ताजे पानी से धो लें। चेहरे के मुंहासे बिल्कुल साफ़ हो जाएँगे यह प्रयोग करीब दस से पन्द्रह दिनों तक करें। 

3)- दस ग्राम नीबू के पत्तों के रस (अर्क )में दस ग्राम शहद मिला कर पीने से दस -पन्द्रह दिनों में पेट के कीड़े मर जाते है। नीबू के बीजों के चूर्ण की फंकी लेने से भी कीड़े मर जाते है। 

4)- नीबू के रस में थोड़ा सेंहुड़ का दूध मिला कर मुँह में लगाने से जीभ के सभी विकार मिट जाते है। 

5)- नीबू के रस में दोगुना नारियल का तेल मिला कर हलके हाथों से सिर की मालिश करने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं व वे मुलायम भी हो जाते है साथ ही रूसी से भी मुक्त हो जाते है ,यदि सिर में रूसी हो ,तो नीबू के रस में नारियल का तेल मिला कर रात को सिर में मलें और सुबह कुनकुने पानी और रीठे के पानी से सिर को धोएं ,दो -चार बार यह क्रिया करने से खुश्की खत्म हो जाती हैं। 

6)- नीबू का रस व शहद मिला कर मसूड़ों पर मलते रहने से रक्त व पीप आना बंद हो जाते है। 

7)- दाँत दर्द होने पर नीबू को चार टुकड़ों में काट लीजिए ,इस के बाद ऊपर से नमक डाल कर सभी टुकड़े गरम कीजिए ,फिर एक -एक टुकड़ा दाँत व दाढ़ में रख कर दबाते जाएं व चूसते जाएं ,दर्द में राहत महसूस होगी। मसूड़े फूलने पर नीबू को पानी में निचोड़ कर कुल्ले करने से अत्यधिक लाभ होगा। 

8)- नीबू के रस व सरसों के तेल को मिला कर मंजन करने से दाँतों की चमक निखर जाएगी। 

9)- एक चम्मच नीबू का रस व शहद मिला कर पीने से हिचकी बंद हो जाएगी। इस प्रयोग में स्वादानुसार कालानमक भी मिलाया जा सकता हैं। 

10)- नीबू में फिटकरी का चूर्ण मिला कर खुजली वाले स्थान पर रगड़ें। खुजली समाप्त हो जाएगी। 

11)- नीबू के रस को दर्द वाले स्थान पर मलने से जोड़ों का दर्द व सूजन समाप्त हो जाएगी। 

12)- नीबू के रस में शहद मिला कर चाटने से सांस फूलने में काफी राहत महसूस होगी। 







Wednesday 8 July 2015

विटामिन 'सी ' ( Vitamin 'C' or Ascorbic Acid)



             विटामिन 'सी '

  ( Vitamin 'C' or Ascorbic Acid)



स्कर्वी नामक रोग नाविकों को दीर्घकालीन समुद्री यात्रा के दौरान विशेष रूप से हो जाता था। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति अधिकतर मृत्यु का शिकार हो जाते थे। स्कर्वी नामक रोग के कारण व उपचार ढूँढने के फलस्वरूप ही विटामिन 'सी 'का आविष्कार हुआ। 1753 में केप्टन जेम्सलिंड (James Lind)इस निष्कर्ष पर पहुँचे कि रसीले ताजे व खट्टे फल इस रोग की स्थिति में लाभप्रद रहते हैं। 1928 में जैट ज्योर्जी (Szeut Gyorgy)व 1932 में वाग व किंग (Waugh &King)आदि वैज्ञानिकों ने संतरा ,नीबू व अन्य इसी प्रकार के फलों से विटामिन 'सी 'के क्रिस्टल अलग किये। 
     स्कर्वी रोग को दूर करने के कारण इस विटामिन का नाम एस्कार्बिक एसिड (Ascorbic Acid)पड़ा। 



मानव शरीर में विटामिन 'सी 'के कार्य :

विटामिन 'सी 'मानव शरीर में महत्त्वपूर्ण कार्य करता है। 
1)- यह दाँत ,अस्थियों व रक्त वाहिनियों की दीवारों को स्वस्थ रखता है। 
2)- घाव को भरने में सहायता करता है। 
3)- यह लोहे के फैरिक को फैरस आयन में बदल देता है ,जिससे यह आँत में शीघ्रता से शोषित हो सके। 
4)- बच्चों में विटामिन 'सी 'की कमी से छाती में दर्द रहता है व श्वाँस लेने में परेशानी होती रहती है। 
5)- विभिन्न रोगों में निरोधक क्षमता बढ़ाता है। 
6)- एड्रीनल ग्रन्थि में हार्मोन के संश्लेषण में महत्त्वपूर्ण कार्य करता है। 
7)- यह विटामिन विभिन्न कोशिकाओं को जोड़ने वाला पदार्थ कालेजन (Collagen)के निर्माण में सहायक है,जो कि शरीर के समस्त अंगों व हड्डियों में पाया जाता है। इस विटामिन की हीनता से मनुष्य की हड्डियाँ खोखली (Hollow)हो जाती हैं। 


विटामिन 'सी 'प्राप्ति के स्त्रोत :

1)-वनस्पति से -


यह आँवला व अमरुद में मुख्य रूप से होता है। इसके अतिरिक्त ताजे ,रसीले व खट्टे फलों जैसे -नीबू ,नारंगी व संतरा में यह प्रचुर मात्रा में मिलता है। अंकुरित अनाजों व दालों में भी यह उपस्थित रहता है। 

2)-जन्तुओं से -


दूध व माँस में इसकी अल्प मात्रा रहती है। 


   

Wednesday 1 July 2015

पिस्ता मलाई कुल्फी(Pista Malai Kulfi)












सामग्री :


फुल क्रीम दूध - 1लीटर +1/2 कप 
पिस्ता - 1/4 कप 
काजू - 1/4 कप 
चीनी - 10 टेबलस्पून 
कॉर्नफ्लोर - 2 टेबलस्पून 
ईलायची पाउडर - 1/2 छोटी चम्मच 


विधि :


1)- काजू और पिस्ते को गरम पानी में दो घंटे के लिए भिगो दें। 
2)- काजू और पिस्ते से पानी निकाल लें। मिक्सर जार में काजू ,पिस्ता और 1/4 कप दूध डालकर बारीक़ पेस्ट बना लें। अलग रख लें। 
3)- एक भारी तले के बर्तन में दूध उबाल लें। चीनी डालें और पन्द्रह से बीस मिनट तक धीमी आँच पर पकाएँ। बीच -बीच में चलाते रहें। 








4)- 1/4 कप दूध में कॉर्नफ्लोर डालकर घोल तैयार कर लें। दूध में कॉर्नफ्लोर घोल ,ईलायची पाउडर और काजू -पिस्ता पेस्ट डालकर धीमी आँच पर लगातार चलाते हुए पन्द्रह मिनट तक या दूध के गाढ़े होने तक पकाएँ। आँच बन्द कर दें। 







5)- दूध को ठण्डा करें और कुल्फी मोल्ड्स में डालकर फ्रीजर में पूरी रात या आठ घण्टे तक जमने दें। 








6)- ठंडी -ठंडी स्वादिष्ट पिस्ता मलाई कुल्फी सर्व करें।