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Wednesday 27 May 2015

विटामिन 'बी 1' या थायमिन (Thiamine)


              (विटामिन 'बी ' काम्पलैक्स )


                             
यह एक विटामिन न होकर कई विटामिनों का समूह है। इन सबको सम्मिलित रूप से 'बी 'काम्पलैक्स कहते हैं। इस समूह के विटामिन निम्न प्रकार है। 



1)- विटामिन 'बी 1' या थायमिन (Thiamine)


थायमिन विटामिन की खोज बेरी -बेरी रोग के उपचार ढूँढ़ते समय हुई।  नेवी के यात्रियों को यह रोग बहुत होता था क्योकिं उनके आहार में शाक -सब्जियों का अभाव होता था। 1885 में इस बीमारी को सर्वप्रथम टकाकी नामक डॉक्टर द्वारा पहचाना गया। उसने उन नेवी के लोगो के आहार में परिवर्तन करके स्थिति में सुधार किया। 1926 में डोनथ व जैक्सन ने चावल की ऊपरी पर्त में से इस विटामिन को पृथक किया जिससे बेरी-बेरी रोग का सफलतापूर्वक उपचार किया गया। 1931 में विण्डास (windaus)ने विटामिन B1को खमीर से पृथक करके उसकी रचना तथा रासायनिक गुणों पर प्रकाश डाला। गंधक की उपस्थिति के कारण इसका नाम थायमिन रखा। 1930 में विलियम्स ने प्रयोगशाला में विटामिन B1को संश्लेषित किया। 



थायमिन के कार्य :


1)- यह विटामिन कार्बोहाइड्रेट के चयापचय में सहायक होता है। कार्बोहाइट्रेट से ऊर्जा का निर्माण होते समय मध्यवर्ती पदार्थ पिरूबिक एसिड बनता है। यह पिरूबिक एसिड को एसीटेट में परिवर्तित कर देता है तथा आगे की क्रिया में कार्बन डाई-ऑक्साइड का निर्माण करता है। 
2)- पाचन संस्थान की माँसपेशियों की गति को सामान्य रखता है जिससे भूख सामान्य रहती है। 
3)- तन्त्रिका तन्त्र के भली-भाँति कार्य करने में इसकी उपस्थिति अनिवार्य है। 



थायमिन प्राप्ति के स्रोत :


विभिन्न अनाज व दालों के बीजांकुर (germ)खमीर व सूखे मेवे थायमिन प्राप्ति के अच्छे स्रोत हैं। माँस,मछली,अण्डा,दूध व दूध से बने पदार्थों में भी यह विटामिन उचित मात्रा में मिल जाता हैं। 





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